अभिव्यक्ति
.......कल,आज और कल.......
Sunday, May 20, 2012
अहसास
अहसास
1.
ये
शहर
आज भी
तुम्हारे अहसास से
भरा है..
शुक्र है
तुम दोनों में से
एक तो
खरा है।
.............
2.
तुम
नहीं हो
फिर भी
तुम
हर कहीं हो..।
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